Thursday, September 5, 2013

EXPOSED

सबसे पहले हमारा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुचाना नहीं है पर हमें ऐसे लोगों से बचना चाहिए जो इस तरह के चमत्कारों का दिखावा करते हैं और ये फोटो स्वतंत्र वेबसाइट से लिए गए हैं जिन्हें कोई भी सर्च कर सकता है फिर भी लिंक दे रहे हैं -
http://www.symbian-freak.com/forum/viewtopic.php?f=24&t=37751&start=0
इस पे जो फोटोज पड़ी है उन्ही को आधार बना कर ये पोस्ट बनाई गयी है शायद ये एक्सीडेंट रहा हो जिस कारण एक पवित्र पुस्तक अंदर रह गयी | जैसा की दिख रहा है एक पुरानी कार के सीट्स और फोम को जलाया गया पर कार के टायर जो सबसे जल्दी जल्दी जलते हैं कुछ नहीं हुआ पर ये अधिक मायने नहीं रखता |

सीट्स फोम Low-density flexible foam होता है जो Polyurethane [— NH-(C=O)-O-] से बनता है साइंस ग्रेजुएट इस बारे में अच्छे से जानते होंगे ज्यादा जानकारी के लिए http://en.wikipedia.org/wiki/Polyurethane पे देख सकते हैं | इसके ही विभिन्न घटकों का प्रयोग सीट रूफ इत्यादि में होता है | पालीयुरेथेन से बने अधिकतर पदार्थ अर्धज्वलनशील और कुछ अज्वलनशील होते हैं इस लिए बहुत से पश्चिमी देशों में इसका उपयोग घर और छतों को सजाने में भी होता है |

अब आते हैं फोटो में दिख रही कार के मुख्य ज्वलनशील घटक सीट फोम पर इसके लिए आपको ये देखना जरुरी है फोम कैसे जलता है | आप में बहुत लोगों ने शायद जला के देखा हो बचपन की शैतानियों में पर फिर भी एक स्वतंत्र लिंक और देते हैं इसके लिए जिन्होंने कभी फोम को जलते हुए न देखा हो -

http://www.youtube.com/watch?v=oeHZbIvtk4Y

ऊपर के वीडियो में व्यक्ति खुली हवा में ( ओक्सीजन की भरपूरता में ) फोम जला रहा है तब भी धीरे धीरे जल रहा है पर जल रहा है यही जब कार के अन्दर कम हवा में होगा तब कैसे होगा ?

दूसरी बात फोम जहाँ से जलता है वहां से सिकुड़ जाता है और आग वो जगह छोड़ के पिघले हुए फोम की तरफ बढ़ जाती है मतलब आग एक जगह नहीं रहती और ठीक से तेजी से जलता नहीं है अधिकतर जल के नीचे टपक जाता है| यही इस कार में हुआ जिसे चमत्कार बता दिया गया |

तीसरी चीज आप कुछ पुरानी किताबों को खुली हवा में जला के देखियेगा फोम भी प्रयोग न करिएगा जल्दी नहीं जलेगी फिर बंद हवा में और जलने वाली चीजों के साथ एक कवर चढ़ी किताब कैसे जलेगी

फिर भी कोई अंधविश्वास करे तो उसका कोई इलाज़ नहीं ये तो परमात्मा का अपमान है ऐसे ही कुछ साल पहले तक घर में अकेले इंसान के स्वतः जल जाने की घटना को लोग कभी परमात्मा कभी शैतान का काम बताते थे ऐसा ही एक Helen Conway " Spontaneous human combustion" का केस बहुत फेमस हुआ था कुछ साल पहले मैंने एक पूरा एपीसोड देखा था डिस्कवरी पर तो अचम्भा हुआ की कोई औरत बाथरूम में बिना किसी ज्वलनशील पदार्थो के कैसे जिन्दा जल गयी | पर जब सही से समझा तो समझ आया ये हो सकता है और इसमें किसी इंसान शैतान या ईश्वर का हाँथ नहीं |

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